अहमदाबाद इंटरनेशनल लिटरेचर फेस्टिवल में राजपूत कलाकार साहित्यकारों के संगठन “राजवी कवि कलापी कला विकास मंडल” के कलाकारों, लेखकों, एंकरों तथा पुस्तक प्रोत्साहन संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने सहभागिता दर्ज कराई।

गुजरात राज्य

अहमदाबाद इंटरनेशनल लिटरेचर फेस्टिवल में राजपूत कलाकार साहित्यकारों के संगठन “राजवी कवि कलापी कला विकास मंडल” के कलाकारों, लेखकों, एंकरों तथा पुस्तक प्रोत्साहन संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने सहभागिता दर्ज कराई।

इस फेस्टिवल में साहित्य, संगीत, सृजन, कला, और अभिव्यक्ति के साथ-साथ देशभर के प्रतिष्ठित पद्मश्री पुरस्कार प्राप्त साहित्यकार, लेखक, इंडस्ट्रीज़ से जुड़े विशेषज्ञ, फिल्म प्रोडक्शन कंपनियों के प्रतिनिधि, लेखक, कलाकार, स्क्रिप्ट राइटर, हास्य लेखक तथा बाल साहित्यकारों ने अपनी रचनाएं प्रस्तुत कीं।

फेस्टिवल के दौरान साहित्य, यात्रा, पर्यावरण, पुस्तक लेखन, लेखन शैली और साहित्य के महत्व जैसे विविध विषयों पर चर्चाएं हुईं।

फेस्टिवल की मुख्य विशेषताएं:

साहित्यिक रचनाएं: कविता, लघुकथाएं, बाल कहानियां, लेख, व्यंग्य, हास्य रचनाएं, दोहे, छंद और अभिव्यक्ति की प्रस्तुतियां।

साहित्यिक संवाद: विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों और साहित्यकारों के बीच संवाद।

नेटवर्किंग: साहित्यकारों, प्रकाशकों और पाठकों के बीच नेटवर्किंग के अवसर।

भारत के विभिन्न राज्यों से आए साहित्य प्रेमियों और रचनाकारों ने साहित्य को प्रोत्साहन देने के उपायों पर विचार-विमर्श किया।

राजवी कवि कलापी कला विकास मंडल के सदस्य श्री वीरल सिंह रावल के नेतृत्व में दो दिवसीय अहमदाबाद इंटरनेशनल लिटरेचर फेस्टिवल में शामिल हुए।
इस कार्यक्रम के मुख्य आयोजक श्री उमाकांत यादव थे।
कार्यक्रम का सुंदर संचालन युवा एंकरों द्वारा किया गया।

— वीरल सिंह रावल
राजवी कवि कलापी कला विकास मंडल

 

Yuvrajsinh Puwar